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जानिए की कैसे ओर किन उपायों द्वारा पाएं नशे या शराब से मुक्ति

headache

आजकल नशे या शराब के कारण समाज, परिवार और दुनिया परेशान हैं।विशेषकर युवावर्ग इसके कारण अधिक प्रभावित हैं और इसी के चलते परिवार भी प्रभावित हो रहे हैं।। नशे की लत से पूरा समाज जकड़ा हुआ है। हर वर्ग के लोग नशे की गिरफ्त में हैं। बच्‍चों से लेकर वृद्ध तक नशेखोरी में अपने जीवन को बरबाद करने पर तुले हुए हैं। आज शराब की लत एक बड़ी समस्या बनी हुई है। पहले लोग सादा जीवन और उच्च विचार के सिद्धांत का पालन करते थे और हर प्रकार की बुरी चीज़ से दूर रहते थे वहीँ अब दिखावे में रहते हैं। इस शराब के चक्कर में न जाने कितने परिवार बर्बाद हो गए, घर में कलह , पैसों की तंगी , यहाँ तक की नशे में अपने ही भाई या परिवार की हत्या तक के केस सामने आ रहे हैं।पहले व्यक्ति शौक में या दोस्तों के दबाव में थोड़ी सी पीता है की कुछ नहीं होता फिर अगली बार और पीता है की पिछली बार कुछ नहीं हुआ था और फिर इसी तरह लत लग जाती है और धीरे धीरे रोज़ पीने लगता है। बहुत से लोग छोड़ना चाहते हैं पर छोड़ नही पाते और बहुत से छोड़ना भी नहीं चाहते।शराब छुड़ाने के लिए आज बाजार में कई दवाये भी हैं जिन्हे खाने से पीने वाले को उलटी होती है जब तक उसे पता नही चलता की क्यों उलटी हुई तब तक वो डर से पीना कुछ कम कर देता है पर जैसे ही राज़ खुलता है वो फिर से पीने लगता है।

जब कोई रास्ता नही मिलता तब लोग इंटरनेट का सहारा लेते है की कुछ उपाय मिले पर यहाँ भी सिर्फ गुमराह करने के उपाय लिखे हैं की उसकी पी हुई या नयी बोतल उसके सर पर से उतार के बहा दो या जमीन में, नदी में गाड़ दो तो कहीं चौराहे पर फोड़ दो। ये सब काम तो शरॉबी पीने के बाद स्वयं ही कर लेते हैं कभी शराब का गिलास तो कभी बोतल लेके एक दूसरे पर से उतार लेते हैं तो कभी गुस्से में कभी नक़्शे बाज़ी में फोड़ देते हैं कभी नाली के बहते पानी में बोतल समेत लोटते है. इसके बावजूद उनकी शराब नही छूटती।

नशे की यह लत सबसे बुरी है, यह अनेक अपराधों और बुरे कृत्‍यों को जन्‍म देता है। समाज और पारिवारिक परिस्थितियां तो नशे की लत के लिए जिम्‍मेदार हैं हीं लेकिन ग्रहों के प्रभाव में भी किसी व्‍यक्‍ति को नशे की लत पड़ती है।

किसी भी जातक की जन्‍मकुंडली देखकर ज्‍योतिष शास्‍त्र द्वारा यह ज्ञात किया जा सकता है कि व‍ह किस प्रकार का नशा करेगा। ग्रहों की दशा किस प्रकार जातक को नशे का शिकार बनाते हैं, आइए जानें

किसी भी जातक की जन्‍मकुंडली में राहु का प्रबल प्रभाव नशे के कारण जातक के जीवन को तहसनहस कर देता है। किसी जन्म कुंडली में पहले, दूसरे, सातवें एवं बारहवें स्‍थान पर राहु की उपस्थिति में जातक पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में पहुंच जाता है। राहु की उपस्थिति में धूम्रपान(बीड़ी, सिगरेट या हुक्का) का नशा सबसे पहले लगता है।

हमारे वेदों में चंद्र ग्रह(मन, मष्तिष्क का कारक) को नशेखोरी का प्रमुख कारक बताया गया है। जब जातक की कुंडली में लग्‍न स्‍थान में चंद्र की स्थिति एवं छठे, ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी और राहु के प्रभाव में हो तो जातक बुरी तरह से शराब के नशे में जकड़ जाता है।

जब जन्‍मकुंडली में लग्‍न स्थान पर मंगल के प्रभाव में जातक मांसमछली का अत्‍यधिक सेवन करता है।

ऐसे जातक नशे में अत्‍यंत अहंकारी बन जाते हैं एवं लड़ाईझगड़ा शुरू कर देते हैं। कुंडली में शुक्र के अशुभ प्रभाव के कारण यह जातक आनंद हेतु नशे की लत में पड़ जाते हैं।

बहुत से मातापिता तथा महिलाएं अपने बेटों अथवा पति के शराबी होने के कारण दुखी हैं और जल्द से जल्द अपने प्रियजनों को इस बुरी लत से दूर करना चाहते हैं।

भारतीय ज्योतिष में भी शराब की लत छुड़ाने के कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जो बिल्कुल ही साधारण हैं परन्तु जिनका असर तुरंत और बेहद प्रभावशाली होता है।

अपने नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए दवाओं के अलावा आप ज्‍योतिष शास्‍त्र की मदद भी ले सकते हैं।

आइए पण्डित दयानन्द शास्त्री से जाने शराब छुड़वाने के कुछ ज्‍योतिषीय उपायों के बारे में —-

 

 

सावधान रहें।।

सुरक्षित रहें, सतर्क रहें।।।

अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।।।


शुभम् भवतु।। कल्याण हो। ✻


 

By Pandit Dayanand Shastri.

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