जानिए कौन से बिज़नेस मे होगा आपको फायदा,आपकी राशि के अनुसार :

यदि आप कोई बिज़नेस शुरू करना चाहते है या करने जा रहे है तो इसमे आपकी राशि काफी मददगार हो सकती है। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार बिजनेस /व्यापर या ट्रेंड  की सफलता मे राशि का अहम रोल होता है। यदि राशि को ध्यान मे रखकर बिज़नेस शुरू किया जाए, तो उसमे सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। राशियों की कुल संख्या 12 है। जन्म के समय के अनुसार अलग अलग व्यक्ति की अलग अलग राशि होती है। आपकी जो राशि है उनके अनुसार आप अपने लिए सही कैरियर की तलाश कर सकते है। हर राशि का एक खास गुण होता है, उस गुण के अनुसार व्यवसाय करने से काफी लाभ होता है । नाम का पहला अक्षर काफी अधिक महत्वपूर्ण होता है। मान्यता के अनुसार व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि मे होता है, उसी राशि के अनुसार नाम का पहला अक्षर निर्धारित किया जाता है। चंद्र की स्थिति के अनुसार ही हमारी नाम राशि मानी जाती है। सभी 12 राशियो के लिए अलग-अलग अक्षर बताए गए है। नाम के पहले अक्षर से राशि मालूम होती है और उस राशि के अनुसार व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य से जुड़ी कई जानकारी प्राप्त की जा सकती है। अक्सर देखा गया है कि कई लोगो के मन मे अपना खुद का बिजनेस करने और सफल उद्यमी बनने की तमन्ना होती है। लेकिन कई बार बेहतर रिसर्च और जमीनी स्तर पर सारी तैयारियां करने के बाद भी व्यक्ति को सफलता नहीं मिलती। इसके पीछे ज्योतिषीय कारण भी हो सकते है। क्योकि हर राशि की अपनी एक अलग खासियत होती है जो व्यक्ति को बिजनेस की दुनिया मे सफल बना सकती है। 
♦ जानिए की आपकी राशि से  अनुसार कौनसा बिज़नेस करना बेहतर है-
♦ मेष- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ) : 
राशि चक्र की सबसे प्रथम राशि मेष है। जिसके स्वामी मंगल है। धातु संज्ञक यह राशि चर (चलित) स्वभाव की होती है।  इस राशि के जातक निर्णय लेने मे जल्दबाजी करते है तथा जिस कार्य को हाथ मे लिया है उसको पूरा किए बिना पीछे नहीं हटते। इनका स्वभाव कभी-कभी विरक्ति का भी रहता है। लालच करना इस राशि के लोगो के स्वभाव मे नहीं होता। दूसरों की मदद करना अच्छा लगता है। इनमे कल्पना शक्ति की प्रबलता रहती है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : मेष राशि के लोगो को गणित, फिजिक्स, अकाउंट आदि विषयो मे अधिक सफलता मिलती है। उन्हे सेना, आर्किटेक्ट, अस्त्र-शस्त्र, वास्तुशास्त्र मे कॅरियर या इनसे जुड़े सेक्टर मे बिज़नेस करना चाहिए। इनमे सफलता की अधिक संभावना रहती है। मंगल के साथ सूर्य की यूति हो तो सरकारी क्षेत्र मे सफलता मिलती है। अधिक सफलता के लिए लाल वस्त्र पहनना चाहिए। मसूर दाल का दान करना चाहिए।
♦ वृष- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो) :
इस राशि का चिह्न बैल है। बैल स्वभाव से ही अधिक पारिश्रमी और बहुत अधिक वीर्यवान होता है। इस राशि के जातक सरकार का मुख्य सचेतक बनने की योग्यता रखते हैं। मंगल का प्रभाव से जातक के अंदर मानसिक गर्मी प्रदान करता है। कल-कारखानो, स्वास्थ्य कार्यों और जनता के झगड़े सुलझाने का कार्य इस राशि के जातक कर सकते है । ये अधिक सौन्दर्य प्रेमी और कला प्रिय होते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : वृषभ राशि के लोग कला प्रेमी होते है, ये लोग एक्टर, सिंगर, ऑटो सेलर, इलेक्ट्रिक  इक्पिमेट सेलर, नाट्य कला, म्यूजिक के विशारद एवं कॉमर्स, ऑर्ट, पेंटिंग जिओलॉजी के विषय मे सफलता प्राप्त करने वाले होते है। इस राशि के लोगो को इन्हीं क्षेत्रो से जुड़े बिज़नेस या ट्रैन्ड मे कदम बढ़ाने चाहिए। सफलता की संभावना अधिक रहती है। इस राशि का स्वामी शुक्र होता है, जो वस्त्र एवं किराना बिज़नेस मे भी सफलता दिलाता है। अत्यधिक सफलता के लिए इस राशि के लोगो को सफेद वस्त्र पहनना चाहिए।
♦ मिथुन- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह) :
यह राशि चक्र की तीसरी राशि है। राशि का प्रतीक युवा दम्पति है, यह द्वि-स्वभाव वाली राशि है। इस राशि के जातक वाहनो की अच्छी जानकारी रखते है। नए-नए वाहनो और सुख के साधनो के प्रति अत्यधिक आकर्षण होता है। इनका घरेलू साज-सज्जा के प्रति अधिक झुकाव होता है। इस राशि के लोगो मे ब्रह्माण्ड के बारे मे पता करने की योग्यता जन्मजात होती है। वह वायुयान और सेटेलाइट के बारे मे ज्ञान बढ़ाता है। राहु-शनि का साथ मिलने से जातक के अन्दर शिक्षा और शक्ति उत्पादित होती है। जातक का कार्य शिक्षा स्थानों मे या बिजली, पेट्रोल या वाहन वाले कामों की ओर होता है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इस राशि के लोग अध्यापक, प्रध्यापक, कवि, गीतकार, संगीतकार, प्रवचनकर्ता, ज्योतिषी, गणित,  केमिस्ट्री, जिओलॉजी, अकाउंट, होटल मैनेजमेट, मैनेजमेट, फाइनेंस, बैंकिंग के विषय चुन सकते है। इस राशि के लोग इस क्षे़त्र मे बिज़नेस शुरू कर सकते है। अधिक सफलता के लिए मिथुन राशि के लोगों को हरे वस्त्र पहनना, मूंग की दाल का सेवन एवं दान करना चाहिए। सूर्य का पूजन सर्वश्रेष्ठ है।
♦ कर्क- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) :
राशि चक्र की चौथी राशि कर्क है। इस राशि का चिह्न केकड़ा है। यह चर राशि है। शनि-बुध दोनो मिलकर जातक को होशियार बना देते है। शनि-शुक्र जातक को धन और जायदाद देते है। शुक्र उसे सजाने संवारने की कला देता है और शनि अधिक आकर्षण देता है। इस राशि के जातक श्रेष्ठ बुद्धि वाले, जल मार्ग से यात्रा पसंद करने वाले, कामुक, कृतज्ञ, ज्योतिषी, सुगंधित पदार्थों के सेवी और भोगी होते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इन लोगो के लिए जलीय वस्तु, शक्कर, चावल, चांदी, टीचिंग, वस्त्र, स्त्रियों के वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, रंग, उपकरण मरम्मत करना, कॉमर्स, आर्ट, जियोलॉजी, मैनेजमेट, कम्प्यूटर के विषयों को चयन करना उचित होता है। इनमे नौकरी या इससे जुडे़ बिजनेस इस राशि वालो के लिए उपयुक्त है। अत्यधिक सफलता के लिए सफेद वस्त्र पहनें, शिव एवं नारायण को चावल का भोग लगाएं एवं चावल का सेवन करे।
♦सिंह- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) :
सिंह राशि पूर्व दिशा की द्योतक है। इसका चिह्न शेर है। राशि का स्वामी सूर्य है और इस राशि का तत्व अग्नि है। केतु-मंगल जातक मे दिमागी रूप से आवेश पैदा करता है। केतु-शुक्र, जो जातक मे सजावट और सुन्दरता के प्रति आकर्षण को बढ़ाता है। केतु-बुध, कल्पना करने और हवाई किले बनाने के लिए सोच पैदा करता है। चंद्र-केतु जातक मे कल्पना शक्ति का विकास करता है। शुक्र-सूर्य जातक को स्वाभाविक प्रवृत्तियों की तरफ बढ़ाता है। छाती बड़ी होने के कारण इनमे हिम्मत बहुत अधिक होती है। और मौका आने पर यह लोग जान पर खेलने से भी नहीं चूकते। जातक जीवन के पहले दौर मे सुखी, दूसरे मे दुखी और अंतिम अवस्था मे पूर्ण सुखी होता है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इस राशि के लोग प्रतिभाशाली होते है और इनके करीब-करीब सभी बिज़नेस मे सफल होने की संभावना रहती है। इस राशि के लोग एडवाइजर, ज्योतिष, इंजीनियर, चिकित्सक, वैज्ञानिक, सेना मे ज्यादा सफल होते है। ये अच्छे मैनेजर होते है। इनके लिए बिज़नेस विषय अनुकूल है। कॉमर्स, अकाउंट, कानून मे अधिक सफलता की संभावना रहती है। अत्यधिक सफलता के लिए आदित्य ह्दय स्त्रोत का पाठ करे एवं लाल वस्त्र पहनें।
♦ कन्या- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) :
राशि चक्र की छठी कन्या राशि दक्षिण दिशा की द्योतक है। इस राशि का चिह्न हाथ मे फूल लिए कन्या है। राशि का स्वामी बुध है। कन्या राशि के लोग बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी होते है। भी होते है और वह दिमाग की अपेक्षा दिल से ज्यादा काम लेते है। इस राशि के लोग संकोची, शर्मीले और झिझकने वाले होते है। ये अपनी योग्यता के बल पर ही उच्च पद पर पहुंचते है। विपरीत परिस्थितियां भी इन्हे डिगा नही सकतीं और ये अपनी सूझबूझ, धैर्य, चातुर्य के कारण आगे बढ़ते रहते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इस राशि के लोग एजुकेशन, टीचिंग, लेखन, एक्टिंग, म्यूजिक के क्षेत्र मे सफलता प्राप्त करते है। इनके लिए जिओलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित, के विषय अनुकूल है। अत्यधिक सफलता के लिए हरे वस्त्र पहनें। गणेशजी का पूजन करना लाभदायक होता है।
♦ तुला- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते) :
तुला राशि का चिह्न तराजू है और यह राशि पश्चिम दिशा की द्योतक है, यह वायुतत्व की राशि है। इस राशि वालो को कफ की समस्या होती है। इस राशि के पुरुष सुंदर, आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते है। आंखो मे चमक व चेहरे पर प्रसन्नता झलकती है। इनका स्वभाव सम होता है। किसी भी परिस्थिति मे विचलित नहीं होते, दूसरो को प्रोत्साहन देना, सहारा देना इनका स्वभाव होता है। ये व्यक्ति कलाकार, सौंदर्योपासक व स्नेहिल होते है। ये लोग व्यावहारिक भी होते है व इनके मित्र इन्हे करते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस:  इस राशि के लोगो को एक्टिंग, म्यूजिक, सेना, मैनेजमेट, ज्यूडिशियरी, बैंक, इन्श्योरेंस, फाइनेंस, मशीनरी, कम्प्यूटर के क्षेत्र मे रोजगार या बिज़नेस आजमाना चाहिए। कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, वनस्पतिशास्त्र, गणित के विषयों का चयन करना शुभ होता है। अत्यधिक सफलता के लिए नीले वस्त्र पहनें एवं हनुमान चालीसा का पाठ करे।
♦ वृश्चिक- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) :
वृश्चिक राशि का चिह्न बिच्छू है और यह राशि उत्तर दिशा की द्योतक है। वृश्चिक राशि जलतत्व की राशि है। वृश्चिक राशि वालों मे दूसरों को आकर्षित करने की अच्छी क्षमता होती है। इस राशि के लोग बहादुर, भावुक होने के साथ-साथ कामुक होते है। शरीरिक गठन भी अच्छा होता है। ऐसे व्यक्तियो की शारीरिक संरचना अच्छी तरह से विकसित होती है। इनमे शारीरिक व मानसिक शक्ति प्रचूर मात्रा मे होती है। इन्हे बेवकूफ बनाना आसान नहीं होता है, इसलिए कोई इन्हें धोखा नहीं दे सकता। ये हमेशा साफ-सुथरी और सही सलाह देने मे विश्वास रखते है। कभी-कभी साफगोई विरोध का कारण भी बन सकती है। ये जातक दूसरो के विचारो का विरोध ज्यादा करते है, अपने विचारो के पक्ष मे कम बोलते है और आसानी से सबके साथ घुलते-मिलते नहीं है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इन लोगो के लिए सेना, शस्त्र संबंधी कार्य, पुलिस, ज्यूडिशियरी, क्रिमिनल लायर, सोशल सर्विस, राजनीति के क्षेत्र सफलता दिलाने वाले होते है। फिजिक्स, गणित, कानून, अकाउंट, राजनीतिशास्त्र, होटल मैनेजमेट, ह्म्यूमन रिसोर्स के विषय इनके लिए लाभदायक होते है। इनसे जुड़े बिजनेस भी इनके लिए उपयुक्त होते है। बेहतर सफलता के लिए लाल वस्त्र पहनें या साथ मे रखें एवं हनुमानजी को पूजन अर्चना करे।
♦ धनु-  (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे) :
धनु द्वि-स्वभाव वाली राशि है। इस राशि का चिह्न धनुषधारी है। यह राशि दक्षिण दिशा की द्योतक है। धनु राशि वाले काफी खुले विचारो के होते है। जीवन के अर्थ को अच्छी तरह समझते है। दूसरो के बारे मे जानने की कोशिश हमेशा करते रहते है। धनु राशि वालो को रोमांच काफी पसंद होता है। ये निडर व आत्म विश्वासी होते है। ये अत्यधिक महत्वाकांक्षी और स्पष्टवादी होते है। स्पष्टवादिता के कारण दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचा देते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इस राशि के लोगों को नाट्य, ललित कला, गोल्ड सिल्वर बिज़नेस, किराना, सोशल सर्विस, अध्यात्म गुरू, मैनेजर, होटल, स्कूल संचालन के क्षेत्र मे सफलता मिलती है। साइंस, गणित, कॉमर्स, अकाउंट एवं सभी विषय अनुकूल होते है। बेहतर सफलता के लिए पीले वस्त्र पहनें एवं अपने गुरू के सम्मान के साथ गुरू मंत्र का जाप करे।
♦ मकर- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी) :
मकर राशि का चिह्न मगरमच्छ है। मकर राशि के व्यक्ति अति महत्वाकांक्षी होते है। यह सम्मान और सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार कार्य कर सकते है। इनका शाही स्वभाव व गंभीर व्यक्तित्व होता है। आपको अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए बहुत कठिन परिश्रम करना पड़ता है। ईश्वर व भाग्य मे विश्वास करते है। दृढ़ पसंद-नापसंद के चलते इनका वैवाहिक जीवन लचीला नहीं होता और जीवनसाथी को आपसे परेशानी महसूस हो सकती है। प्रत्येक कार्य को बहुत योजनाबद्ध ढंग से करते है। आपकी खामोशी आपके साथी को प्रिय होती है। अगर आपका जीवनसाथी आपके व्यवहार को अच्छी तरह समझ लेता है तो आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होता है। आप जीवन साथी या मित्रो के सहयोग से उन्नति प्राप्त कर सकते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : ये लोग मशीनरी, रिपेयरिंग, कम्प्यूटर, सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट, वास्तु विज्ञानी, गुप्त विद्याओं के जानकार, वैज्ञानिक, अच्छे रिसर्चर होते है। इनके लिए गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, संस्कृत, भाषा, अकाउंट, मैनेजमेट संबंधी विषय हितकर होते है। अत्यधिक सफलता के लिए काले वस्त्र पहनें एवं हनुमानजी को पूजन करे।
♦ कुंभ- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा) :
राशि चक्र की यह ग्यारहवीं राशि है। कुंभ राशि का चिह्न घड़ा लिए खड़ा हुआ व्यक्ति है। इस राशि का स्वामी भी शनि है। शनि मंद ग्रह है तथा इसका रंग नीला है। इसलिए इस राशि के लोग गंभीरता को पसंद करने वाले होते है एवं गंभीरता से ही कार्य करते है। कुंभ राशि वाले लोग बुद्धिमान होने के साथ-साथ व्यवहारकुशल होते है। जीवन मे स्वतंत्रता के पक्षधर होते है। प्रकृति से भी असीम प्रेम करते है। शीघ्र ही किसी से भी मित्रता स्थपित कर सकते है। आप सामाजिक क्रियाकलापो मे रुचि रखने वाले होते है। इसमे भी साहित्य, कला, संगीत व दान आपको बेहद पसंद होता है। इस राशि के लोगों मे साहित्य प्रेम भी उच्च कोटि का होता है। आप केवल बुद्धिमान व्यक्तियों के साथ बातचीत पसंद करते है। कभी भी आप अपने मित्रों से असमानता का व्यवहार नहीं करते है। अपने व्यवहार मे बहुत ईमानदार रहते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इस राशि के कार्य क्षेत्र बहुत कुछ मकर राशि से मिलते-जुलते है। क्योंकि दोनों ही राशि का स्वामी शनि है। इसके अलावा सेना, टेक्निकल, मेडिसिन के क्षेत्र भी सफलता दिलाने वाले होते है। वनस्पतिशास्त्र, गणित, फार्मा, इलेक्ट्रिक के विषय हितकर होते है। बेहतरीन सफलता के लिए काले वस्त्र पहनें एवं दुर्गा एवं हनुमानजी का पूजन करे।
♦ मीन- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची) :
मीन राशि का चिह्न मछली होता है। मीन राशि वाले मित्रपूर्ण व्यवहार के कारण अपने कार्यालय व आस पड़ोस मे अच्छी तरह से जाने जाते है। आप कभी अति मैत्रीपूर्ण व्यवहार नहीं करते है। बल्कि आपका व्यवहार बहुत नियंत्रित रहता है। ये आसानी से किसी के विचारों को पढ़ सकते है। अपने धन को बहुत देखभाल कर खर्च करते है। आपके अभिन्न मित्र मुश्किल से एक या दो ही होते है। जिनसे ये अपने दिल की सभी बाते कह सकते है। ये विश्वासघात के अलावा कुछ भी बर्दाश्त कर सकते है।
क्या करे व्यापर/बिजनेस : इन लोगो को अध्यात्म, मेटल विक्रेता, व्हीकल, इलेक्ट्रिक इक्विपमेट के सेलर, गुप्तचर विभाग, फायर सर्विस, ज्यूडिशियरी मे सफलता मिलती है। गणित, साइंस एवं कॉमर्स के सभी विषय तकनीकी विषय भी लाभकारी होते है। अत्यधिक सफलता के लिए पीले वस्त्र पहनें एवं शिव का पूजन करे।
by Pandit Dayanand Shastri.